Indian Students, Pilgrims Stuck in Iran | भारत के छात्र और जायरीन ईरान में फंसे, परिवारों ने लगाई मदद की गुहार

Indian Students, Pilgrims Stuck in Iran Raise Alarm | भारत के छात्र और जायरीन ईरान में फंसे

New Delhi/Tehran: ईरान में मौजूदा तनाव और हिंसक हालात के चलते दर्जनों भारतीय छात्र और तीर्थयात्री (pilgrims) वहां फंसे हुए हैं। इन सभी ने भारत सरकार से अपील की है कि उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित घर वापस लाया जाए।

इनमें से अधिकतर लोग मेडिकल के छात्र (MBBS students) और शिया मुस्लिम श्रद्धालु</strong हैं, जो कि क़ुम, मशहद और तेहरान</strong जैसे धार्मिक एवं शैक्षणिक केंद्रों में रह रहे थे। हालात बिगड़ने के बाद से उन्होंने सोशल मीडिया और परिवारों के माध्यम से मदद की गुहार लगाई है।

⚠️ What’s Happening in Iran | ईरान में क्या हो रहा है?

ईरान में हाल के हफ्तों में कई राजनीतिक विरोध, दंगे, और हमलों की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें विदेशी नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ी है। Universities बंद हैं, सड़कें खाली हैं, और इंटरनेट पर कई बार प्रतिबंध लगाया गया है।

“We are unable to access essential supplies and feel trapped,” एक छात्र ने वीडियो में कहा। वहीं एक महिला श्रद्धालु ने रोते हुए कहा, “हमें बस अपने वतन लौटना है।”

🛑 Government की प्रतिक्रिया

विदेश मंत्रालय (MEA) ने पुष्टि की है कि ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। MEA spokesperson ने कहा, “हम Iranian authorities के संपर्क में हैं और Indian embassy पूरी तरह सक्रिय है।”

Indian Embassy in Tehran ने एक हेल्पलाइन नंबर और email ID जारी किया है और लोगों को panic न करने की सलाह दी है।

📍 Students और Pilgrims की स्थिति

कई भारतीय छात्र, जो कि MBBS की पढ़ाई के लिए क़ुम और मशहद में थे, अब hostels में कैद होकर रह गए हैं। Food और medical supplies की कमी के कारण उनके स्वास्थ्य को खतरा है।

वहीं, religious यात्रियों की एक बड़ी संख्या, जो कि शिया समुदाय के “जियारत” (Ziyarat) के लिए वहां गई थी, अब hotel rooms और safe houses में रह रही है।

“Electricity चली जाती है, mobile नेटवर्क नहीं है, और family से बात करना भी मुश्किल हो गया है,” एक pilgrim ने बताया।

🇮🇳 Family Members in India | भारत में बेचैन परिजन

उत्तर प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से बड़ी संख्या में pilgrims और students ईरान में हैं। उनके परिजन लगातार TV और WhatsApp के जरिए अपडेट लेने की कोशिश कर रहे हैं।

लखनऊ की एक महिला ने कहा, “मेरी बेटी वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रही है, हर दिन डर के साये में बीत रहा है।”

🛫 Evacuation की मांग तेज

फंसे हुए भारतीयों और उनके परिजनों ने सरकार से विशेष विमान के जरिए evacuation की मांग की है। उन्होंने कहा कि जैसे यूक्रेन और सूडान से निकासी की गई थी, वैसे ही ईरान से भी Indian citizens को सुरक्षित वापस लाया जाए।

Social media पर #RescueIndiansFromIran ट्रेंड कर रहा है और लोग विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से सीधी मदद की मांग कर रहे हैं।

🕊️ A Call for Peace | शांति की उम्मीद

Indian students stranded in Iran due to travel restrictions faced unique challenges as pilgrims unable to return home. Their situation highlights the need for diplomatic solutions to ensure the safe repatriation of all citizens in times of crisis. The Indian government is actively working to address this issue and bring relief to the stranded students.

हालात लगातार गंभीर होते जा रहे हैं और international diplomacy की भी परीक्षा है। Students और जायरीन सिर्फ इतना चाहते हैं – “हम अपने देश वापस आना चाहते हैं।”

🔍 DeeperInsights: भारत-ईरान रिश्तों की भूमिका

भारत और ईरान के बीच लंबे समय से सांस्कृतिक, धार्मिक और शैक्षिक संबंध रहे हैं। हर साल सैकड़ों भारतीय MBBS, pharmacy और Islamic studies जैसे कोर्सेज़ के लिए ईरान जाते हैं। इसके अलावा, शिया मुस्लिम समुदाय के लोग मशहद और क़ुम में पवित्र स्थलों की यात्रा करते हैं जिसे “जियारत” कहा जाता है।

लेकिन मौजूदा हालात में यह रिश्ता भी सुरक्षा और evacuation policy की चुनौती बन गया है। चूंकि ईरान में इंटरनेट restrictions और civil unrest की स्थिति है, इसलिए embassy को हर व्यक्ति तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है।

📞 Embassy Coordination & Field Efforts

Indian Embassy in Tehran ने एक dedicated WhatsApp हेल्पलाइन और emergency contacts activate किए हैं। पर ground reality ये है कि बहुत सारे छात्रों और pilgrims के पास अब फोन भी charge नहीं हो पा रहे।

कुछ reports के अनुसार, embassy के volunteer groups कुछ शहरों में ration, medicines और hygiene kits distribute कर रहे हैं, लेकिन ये efforts पूरे network को cover नहीं कर पा रहे।

📢 What Students & Pilgrims Are Demanding

फंसे हुए लोग चाहते हैं कि सरकार एक Evacuation Air Corridor बनाए, जैसे COVID या Ukraine crisis के समय किया गया था। एक मेडिकल छात्रा ने कहा, “Even if we have to pay for tickets, please just bring us back.”

श्रद्धालु ये भी मांग कर रहे हैं कि future में “जियारत” trips को officially regulate किया जाए ताकि ऐसी emergencies में data और contact जल्दी मिल सके।

सरकार को अब proactive diplomacy और on-ground humanitarian action की ज़रूरत है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भारतीय नागरिक को किसी और देश में अपने देश की याद में डर के साथ जीना न पड़े।

सरकार और दूतावास को जल्द से जल्द concrete action लेना होगा ताकि Indian citizens की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि सरकार किस गति से response देती है और evacuation की प्रक्रिया कब शुरू होती है।

 

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